बधाई मनाते मनाते पृथ्वी का तापमान कहाँ पहुँचा चुके हैं। बधाई मनाते मनाते पृथ्वी का तापमान कहाँ पहुँचा चुके हैं।
दो दिन पहले जब से एक लकड़हारे को काँधे पर कुल्हाड़ी लिए यहां से उस ओर जाते देखा है, तब से तमाम कोलाह... दो दिन पहले जब से एक लकड़हारे को काँधे पर कुल्हाड़ी लिए यहां से उस ओर जाते देखा ...
बड़ा अच्छा नाम है, जरूर तुम्हारी नीली आंखों को देखकर रखा गया होगा! बड़ा अच्छा नाम है, जरूर तुम्हारी नीली आंखों को देखकर रखा गया होगा!
जितना प्यार हम पशु पक्षियों को करेंगे ये भी हमसे उनता प्यार करेंगे। जितना प्यार हम पशु पक्षियों को करेंगे ये भी हमसे उनता प्यार करेंगे।
मनुष्य भी ऐसे पशुओं के समान जीवन जीता हैं यह देख मन खिन्न एवं विचलित होगया । मनुष्य भी ऐसे पशुओं के समान जीवन जीता हैं यह देख मन खिन्न एवं विचलित होगया ।
पेड़ “यही कि हमें मत काटो, हमें काटकर अपने पैरों पर क्यों कुल्हाड़ी मारते हो?” पेड़ “यही कि हमें मत काटो, हमें काटकर अपने पैरों पर क्यों कुल्हाड़ी मारते हो?”